Cibil Score Restructure Effect: क्या आपका सिबिल स्कोर 600 से कम है और लोन मिलने की उम्मीद धूमिल लग रही है? अगर हां, तो अकेले नहीं हैं। कम सिबिल स्कोर वाले लाखों लोगों के लिए लोन पाना एक बड़ी चुनौती बन जाता है। लेकिन घबराइए नहीं, क्योंकि यह आर्टिकल आपकी इसी परेशानी का हल लेकर आया है। यहां, हम आपको बताएंगे कि कैसे 600 से कम स्कोर होने पर भी आप लोन पाने के रास्ते खोल सकते हैं। इस आर्टिकल में आपको सिर्फ समस्याएं ही नहीं, बल्कि उनके ठोस और कामयाब तरीके भी मिलेंगे।

आपको बता दें, इस आर्टिकल को खासतौर पर आपके लिए तैयार किया गया है ताकि आपकी आर्थिक मुश्किलें आसान हो सकें। हमने इसमें हर वो जानकारी शामिल की है जो आपके काम आ सकती है, इसलिए इसे अंत तक जरूर पढ़ें। आप यहां से पूरी और सही जानकारी लेकर जाएंगे, बिना किसी दिक्कत के।

सिबिल स्कोर 600 से कम होने पर भी लोन पाने के आसान तरीके

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ज्यादातर बैंक और एनबीएफसी कंपनियां 750 और उससे ऊपर के सिबिल स्कोर को अच्छा मानती हैं। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि 600 से कम स्कोर वालों के लिए सभी दरवाजे बंद हैं। कुछ खास तरह के लोन और कुछ बैंक ऐसे भी हैं जो कम स्कोर पर भी लोन देने को तैयार हो जाते हैं, बशर्ते आपकी कुछ और बातें सही हों। आइए, इन्हीं विकल्पों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

सेक्योर्ड लोन यानी गिरवी रखकर लोन लेना

अगर आपका सिबिल स्कोर कम है, तो बैंक के लिए जोखिम कम करने का सबसे आसान तरीका है सेक्योर्ड लोन। इसमें आप अपनी कोई भी कीमती चीज़ जैसे गोल्ड, प्रॉपर्टी के कागजात, फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) या इंश्योरेंस पॉलिसी को गिरवी रखकर लोन ले सकते हैं। बैंक को अगर लगता है कि उसके पास आपकी कोई संपत्ति है, तो वह आपके कम सिबिल स्कोर को नजरअंदाज कर सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें, इस तरह के लोन पर ब्याज की दर भी अनसेक्योर्ड लोन के मुकाबले कम होती है।

ज्वाइंट लोन या को-एप्लिकेंट के साथ आवेदन करें

अगर आपका स्कोर कम है, लेकिन आपके परिवार में किसी का सिबिल स्कोर अच्छा है (जैसे पति, पत्नी, माता-पिता), तो आप उन्हें अपने लोन का को-एप्लिकेंट या गारंटर बना सकते हैं। इससे बैंक को विश्वास हो जाता है कि अगर आप किस्त नहीं चुका पाए, तो दूसरा व्यक्ति चुकाएगा। इस तरह, आपके लोन के मंजूर होने की संभावना काफी बढ़ जाती है।

छोटे वर्ग के लिए बनी सरकारी योजनाओं का फायदा उठाएं

भारत सरकार ने छोटे कारोबारियों, किसानों और गरीब तबके के लोगों की मदद के लिए कई योजनाएं चला रखी हैं, जैसे मुद्रा लोन, स्टैंड-अप इंडिया जैसी योजनाएं। इन योजनाओं में सिबिल स्कोर की जरूरत कम होती है या फिर कभी-कभी इसे पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया जाता है। आप इन योजनाओं की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं और आवेदन कर सकते हैं।

NBFCs और छोटे फाइनेंस कंपनियों से संपर्क करें

बड़े सरकारी बैंकों के मुकाबले, कुछ प्राइवेट एनबीएफसी और छोटी फाइनेंस कंपनियां कम सिबिल स्कोर वाले लोगों को लोन देने के लिए तैयार रहती हैं। हालांकि, आपको बता दें कि इन कंपनियों के लोन पर ब्याज की दर थोड़ी ज्यादा हो सकती है। लोन लेने से पहले सभी शर्तों को अच्छी तरह समझ लेना चाहिए।

अपने मौजूदा बैंक से लोन के लिए बात करें

अगर आप किसी बैंक के पुराने और अच्छे यूजर हैं, और आपका बैंक अकाउंट अच्छे से चल रहा है, तो आप उसी बैंक से लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। बैंक आपके साथ लंबे रिश्ते और आपकी बचत और खर्च के पैटर्न को देखकर, आपके कम सिबिल स्कोर को नजरअंदाज कर सकता है।

लोन की Amount कम रखें और Tenure छोटी चुनें

जितना ज्यादा लोन आप मांगेंगे, बैंक का जोखिम उतना ही बढ़ेगा। इसलिए, कोशिश करें कि जरूरत भर का ही और छोटा लोन मांगे। साथ ही, लोन चुकाने का समय कम रखें। इससे बैंक को लगेगा कि आप जल्दी लोन चुका देंगे और वह आपको लोन देने के लिए राजी हो सकता है।

भविष्य के लिए अपने सिबिल स्कोर को सुधारने के Tips

तुरंत लोन पाने के तरीकों के साथ-साथ, भविष्य के लिए अपने सिबिल स्कोर को बेहतर बनाना भी जरूरी है। इसके लिए आप ये कदम उठा सकते हैं:

  • क्रेडिट कार्ड बिल और लोन की किस्तें समय पर चुकाएं: यह स्कोर बढ़ाने का सबसे आसान और सीधा तरीका है।
  • क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो को कम रखें: अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट का ज्यादा से ज्यादा 30% ही इस्तेमाल करने की कोशिश करें।
  • बार-बार नए लोन के लिए आवेदन न करें: हर बार आवेदन करने पर बैंक आपकी सिबिल रिपोर्ट चेक करता है, जिससे स्कोर और भी कम हो सकता है।
  • अपनी सिबिल रिपोर्ट की नियमित जांच करें: कहीं कोई गलती तो नहीं है, अगर है तो उसे तुरंत ठीक करवाएं।

सूत्रों के मुताबिक, धैर्य रखना और सही जानकारी होना ही कम सिबिल स्कोर के बावज